Shamli (समाचार टाउन डेस्क)-
खबर जनपद शामली से है जहां एसटीएफ और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हो गई। मुठभेड़ में एसटीएफ ने एक लाख का इनामी समेत चार को मार गिराया। जबकि मुठभेड़ में एसटीएफ के इंस्पेक्टर गोली लगने से गंभीर रूप से घायल हो गए। आपको बता दे की मुठभेड़ में दोनों तरफ से 30 राउंड फायरिंग हुई।
हाइलाइट्स–
–एसटीएफ और बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़
-1 लाख का इनामी समेत चार बदमाश हुए ढेर
–मुठभेड़ में दोनों तरफ से हुई 30 राउंड फायरिंग
–लगभग 40 मिनट तक चली दोनों तरफ से गोलियां
–मुठभेड़ में एसटीएफ इंस्पेक्टर के पेट में लगी गोली
–जनपद शामली के थाना झिझाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़
एसटीएफ व बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़
मेरठ एसटीएफ ने सोमवार की देर रात मुखबिर की सूचना पर जनपद शामली के झिंझाना क्षेत्र में मुठभेड़ में एक लाख के इनामी समेत चार बदमाशों को एसटीएफ ने मार गिराया। आपको बता दे की मुठभेड़ के दौरान एसटीएफ टीम को लीड कर रहे हैं इंस्पेक्टर सुनील के पेट में तीन गोली लग गई। मुठभेड़ लगभग 40 मिनट तक हुई। मुठभेड़ के दौरान दोनों तरफ से 30 राउंड फायरिंग की गई। एसटीएफ चारों बदमाशों और इंस्पेक्टर को करनाल के अमृतधारा अस्पताल ले गई। जहां डॉक्टरों ने चारों बदमाशों को मृत घोषित कर दिया वहीं इंस्पेक्टर को प्राथमिक इलाज के बाद गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। वहीं सूत्रों की माने तो सभी बदमाश हरियाणा से सहारनपुर की ओर जा रहे थे। तभी रास्ते में मेरठ एसटीएफ ने उन्हें घेर लिया।
चार बदमाशों में से तीन की हुई पहचान
एसटीफ के एसपी बृजेश कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मुठभेड़ में चार बदमाश मारे गए हैं जो की मुस्तफा कग्गा गैंग के थे। मारे गए बदमाशों में अरशद बाढ़ी पर एक लाख रुपए का इनाम घोषित था। अरशद सहारनपुर का निवासी था। वहीं दूसरा बदमाश की पहचान हरियाणा के सोनीपत निवासी मंजीत और तीसरे बदमाश की पहचान करनाल निवासी सतीश के रूप में हुई। जबकि एक की पहचान अब तक नहीं हो पाई है।
15 साल बाद दूसरी सबसे बड़ी मुठभेड़
आपको बता दे की यह मुठभेड़ 15 साल में दूसरी सबसे बड़ी मुठभेड़ है। 15 साल पहले 2004 में जौनपुर में पुलिस ने बाबरिया गिरोह के आठ बदमाशों को मार गिराया था। वहीं इस मुठभेड़ में पुलिस ने चार बदमाशों को मार गिराया है।