Farrukhabad (समाचार टाउन डेस्क)-
खबर जनपद फर्रुखाबाद से है जहां सूरज ढलते ही लकड़ी माफिया का गैंग सक्रिय हो जाता है। लकड़ी माफिया बिना परमिट के हरे-भरे पेड़ों पर आरा चला देते हैं। लकड़ी माफियाओं के आगे वन विभाग बौना साबित नजर आता है।
हाइलाइट्स-
-रात के अंधेरे में लकड़ी माफिया कर रहे हरियाली का कत्ल
-विभागीय तालमेल के चलते क्षेत्र में सक्रिय है लकड़ी माफिया
-विभागीय संरक्षण के चलते फलफूल रहे क्षेत्र में लकड़ी माफिया
-जिम्मेदारो की अनेदखी के चलते लकड़ी माफिया काट रहे पेड़
क्षेत्र में सक्रिय लकड़ी माफिया
जहां एक तरफ पर्यावरण को हरा-भरा रखने के उद्देश्य से शासन स्तर से एक पेड़ मां के नाम अभियान चलाकर वृक्षारोपण किया गया था। वहीं दूसरी ओर क्षेत्र में सक्रिय लकड़ी माफिया हरियाली को उजाड़ने का काम करने में लगे हुए हैं। आपको बता दे की लकड़ी माफिया पलक झपकते ही विशालकाय पेड़ों को धराशाई कर चंद मिनटों में आरा मशीनों तक पहुंचा देते हैं। लोगों का कहना है कि विभागीय तालमेल के चलते क्षेत्र में सक्रिय लकड़ी माफिया काट रहे हरे-भरे व विशालकाय पेड़।
आधा दर्जन से अधिक सागौन काट ले गए माफिया
ताजा मामला फर्रुखाबाद कायमगंज मार्ग स्थित शमासाबाद थाना क्षेत्र की फैजबाग पुलिस चौकी का है जहां चौकी से चंद कदमों की दूरी पर एक कोल्ड स्टोरेज के पीछे बाग में लगे सागौन के हरे-भरे व विशालकाय पेड़ों को सूरज ढलते ही लकड़ी माफियाओं ने काटकर पलक झपकते ही रोड किनारे स्थित एक आरा मशीन पर पहुंचा दिया। लोगों का कहना है कि प्रति पेड़ हल्का के वनकर्मियों व पुलिस को बंधी बंधाई रकम मिल जाती है। जिसके कारण ध्यान नहीं दिया जाता है। उनका कहना है कि इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि पेड़ों की कटाई के साथ उसे ट्रैक्टर आदि पर लादकर आरा मशीनों तक पहुंचा दिया जाता है लेकिन रास्ते में रोकने टोकने वाला कोई भी जिम्मेदार नहीं दिखाई देता है।
जांच करते नायब तहसीलदार मनीष वर्मा
सूचना पर पहुंचे नायब तहसीलदार
सागौन के पेड़ों के कटने की सूचना उपजिलधिकारी रवींद्र सिंह को मिली जिसपर उन्होने नायब तहसीलदार मनीष वर्मा को जांच पडताल के लिए मौके पर भेजा। देर रात नायब तहसीलदार जांच करने के लिए बाग में पहुंचे। जहां उन्होंने एक-एक कर सारी जड़ों को गिना। वहीं उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि उच्च अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट भेजी जाएगी। जिसके बाद आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।