Farrukhabad:
देश के कौने कौने कौने से आए कवियों को सुनने के लिए देर रात अपनी अपनी सीटों पर जमें रहें।
रविवार की देर रात श्री भरत मिलाप समिति की ओर से नगर के एक गेस्ट हाउस में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में देश के कौने- कौने से आए राष्ट्रीय स्तर के कवियों ने अपनी अपनी कविताएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम का शुभारंभ माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में आगरा से आई वाह! वाह! क्या बात है की लाफ्टर फेम ममता शर्मा ने वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम की शुरुआत की। कवियों का सुनने के लिए देर रात तक श्रौता अपनी अपनी सीटों पर जमें रहें। छत्तीसगढ़ प्रांत के रायपुर आए कवि रमेश विश्वहार ने भावनाओं में है कामनाओं में है, तेरा चेहरा मेरी कल्पनाओं में है, एक दिन स्वप्न साकार हो जाएगा, तू निरन्तर मेरी प्रार्थनाओं में है कविता पढ़ी। लखनऊ से आए वीर रस के कवि अशोक अग्निपथि ने वीर रस की कविताओं ने श्रोताओं में ऊर्जा का संचार कर किया। उन्होंने कहा यदि काकोरी की माटी का स्वर्णिम इतिहास नही होता। तो हम सबके इस जीवन मे मधुरिम मधुमास नहीं होता। आधे दर्द निपट जाते हैं, उनके सँग मुस्काने में। इस मौके पर उपजिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार, क्षेत्राधिकारी जयसिंह परिहार, सत्यप्रकाश अग्रवाल, डॉ मिथिलेश अग्रवाल, लक्ष्मी नरायण अग्रवाल, विघायक पति अजीत गंगवार, नपा अध्यक्ष शरद गंगवार, पूर्व विघायक अमर सिंह खटिक, डॉ विकास शर्मा, संजय गुप्ता, गोपाल गुप्ता, अमित सेठ, संजय बंसल, योगेश चन्द्र तिवारी, नीरज पाण्डेय व अवनीश चतुर्वेदी समेत आदि मौजूद रहे।