Lucknow:
खबर राजधानी लखनऊ से जहां पुलिस की हिरासत में दलित युवक की मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप……
क्या है पूरा मामला
11 अक्टूबर की रात को राजधानी लखनऊ के विकास नगर सेक्टर आठ के अम्बेडकर पार्क में पुलिस ने जुआं खेलते हुए अमन गौतम व उसके साथियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के कुछ देर बाद ही अमन की अचानक हालत बिगड़ी गई। पुलिस उसे अस्पताल लेकर आई। जहां डॉक्टर ने उसे मृत धोषित कर दिया। मौत की सूचना पर परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में अमन की मौत की कारण हार्ट अटैक आया है। इधर परिजनों ने खुर्रमनगर जाने वाली सड़क को जाम कर प्रदर्शन किया।
परिजनों ने लगाए पुलिस पर आरोप
परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। परिजनों का कहना है कि पुलिस की हिरासत में अमन को बुरी तरह पीटा गया। जिसके चलते उसकी मौत हो गई। मृतक की पत्नी रोशनी गौतम का कहना है कि अमन रात के 9 बजे अम्बेडकर पार्क में बैठा था। इसी बीच पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। घटना से नाराज परिजनों ने विरोध प्रदर्शन किया। परिजनों ने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
मृतक की पत्नी रोशनी गौतम ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने हेड़ कॉन्स्टेबल शैलेन्द्र सिंह व तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (एससी/एसटी) में मुकद्मा दर्ज किया।
परिजनों की मांगे
पुलिस हिरासत में अमन गौतम की मौत के मामले में परिजनों ने एक करोड़ रुपए, नौकरी व दोषी पुलिसकर्मियो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
बसपा सुप्रिमों ने कार्रवाई की मांग
पुलिस हिरासत में अमन गौतम की मौत के मामले में बसपा सुप्रिमों मायावती ने चारो पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं पीड़ित के परिवार को हरसंभव मदद की मांग की है।
सपा सुप्रिमों ने की आर्थिक मदद
पुलिस हिरासत में अमन गौतम की मौत के मामले में सपा सुप्रिमो अखिलेश यादव ने सांसद आर के चौधरी के नेतृत्व में एक डेलीगेशन अमन के परिवार से मिलने पहुंचा। जहां सासंद ने पीड़ित परिवार को 2 लाख रुपए का चेक सौंपा।