Ayodhya (समाचार टाउन डेस्क)-
खबर जनपद अयोध्या से है जहां राम मंदिर के मुख्य पुजारी अचार्य सत्येंद्र दास को सरयू नदी में जल समाधि दी गई। आपको बता दे कि बुधवार को आचार्य सत्येंद्र दास का लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में इलाज के दौरान स्वर्गवास हो गया था। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार ने अंतिम दर्शन किए।
हाइलाइट्स-
-आचार्य सत्येंद्र दास को सरयू नदी में दी गई जल समाधि
-पीजीआई अस्पताल में इलाज के दौरान हुआ था स्वर्गवास
-अंतिम दर्शन के लिए मंदिर में रखा गया था पार्थिव शरीर
-80 साल की उम्र में हुआ आचार्य सत्येंद्र दास का निधन
आचार्य सत्येंद्र दास को दी गई जल समाधि
बुधवार को राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में इलाज के दौरान स्वर्गवास हो गया था। इसके बाद उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए अयोध्या के गोपाल दास मंदिर में रखा गया था। जहां साधु संतों व भक्तों ने उनके अंतिम दर्शन किए। इसके बाद गुरुवार को बैंड बाजे के साथ उनके पार्थिव शरीर को लता मंगेशकर चौक से होते हुए सरयू घाट तक लाया गया। इसके बाद उनके शरीर में 25-25 किलो की बालू से भारी चार बोरियों को बांधा गया। फिर उनके पार्थिव शरीर को नाव में रखकर बीच धार में जल समाधि दी गई। आपको बता दे कि श्रद्धालुओं की भीड़ के चलते उनकी अंतिम यात्रा को राम मंदिर के सामने से नहीं निकल गया।
बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्ष करने किया अंतिम दर्शन
आपको बता दे की बाबरी मस्जिद के पूर्व पक्षकार इकबाल अंसारी आचार्य सत्येंद्र दास के अंतिम दर्शन करने के लिए पहुंचे। जहां उन्होंने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान इकबाल अंसारी ने कहा कि आचार्य सत्येंद्र दास मेरे पिता के समान थे। उन्होंने अपने जीवन में कभी भी हिंदू मुसलमान में भेद नहीं किया और सभी को और अपना आशीर्वाद दिया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने किया अंतिम दर्शन
आपको बता दे कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने आचार्य सत्येंद्र दास के अंतिम दर्शन किए और श्रद्धा सुमन अर्पित किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि समाज को सदैव नई दिशा देने वाले संत पुरुष को अंतिम प्रणाम करके मन भर आया। प्रभु श्री राम मां सीता उन्हें अपने चरणों में स्थान दें।