Farrukhabad (समाचार टाउन डेस्क)-
खबर जनपद फर्रुखाबाद से है जहां रेवेन्यू बार एसोसिएशन ने उपजिला अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के दौरान अधिवक्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। वहीं उन्होंने तहसील में भ्रष्टाचार पर भी सवाल उठाएं। ज्ञापन के दौराना आधा सैकड़ा से भी ज्यादा अधिवक्ता मौजूद रहे।.
हाइलाइट्स-
-रेवेन्यू बार एसोसिएशन ने सौंपा उपजिला अधिकारी को ज्ञापन
-ज्ञापन में अधिवक्ताओं ने गिनाई तहसील स्तर की समस्याएं
-ज्ञापन के दौरान आधा सैकड़ा से ज्यादा अधिवक्ता रहे मौजूद
-जनपद फर्रुखाबाद की कायमगंज तहसील का है मामला
उपजिला अधिकारी को सौंपा ज्ञापन
रेवेन्यू बार एसोसिएशन के आधा सैकड़ा से ज्यादा अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए तहसील परिसर पहुंचे। जहां उन्होंने जिला अधिकारी को संबोधित एक 17 सूत्रीय ज्ञापन उपजिला अधिकारी रवींद्र सिंह को सौंपा। जिसमें उन्होंने कहा कि रियल टाइम खतौनी में क्षेत्रीय लेखपालों के द्वारा अंश का सही से निर्धारण नहीं किया जाता है। खतौनी में दर्ज पूर्व आदेशों का निफाज समय से नहीं किया जाता है। असंक्रमण्य भूमि दर को भूमिधर न किए जाने पर खतौनी में लगभग 40 वर्षों से अधिक समय से भूमि असंक्रमण्य दर्ज है। खतौनी में दर्ज मृतक खातेदारों की विरासत उत्तरजीवित के अंतर्गत न करने पर उनका कोई विधिक वारिस नहीं होता है। एकल खिड़की के कार्यों का अनुपालन समय सीमा के अंदर नहीं किया जाता है। बंटवारे की फाइलों में समय से कुरे भी दाखिल नहीं किए जाते हैं। मेड बंदी की फाइलों में राजस्व निरीक्षकों के द्वारा अपनी आख्या न्यायालय में प्रेषित ना करके कार्यालय में बैठकर मेलबंदी फाइलों का निस्तारण कर देते हैं। वहीं उन्होंने कहा कि पत्रावलियों में वहस हो जाने के बाद 14 दिन तक आदेश पारित नहीं होते हैं। एक ही पटल पर 5 वर्ष से अधिक समय से कार्यरत कर्मचारियों का स्थानांतरण कराया जाए। ऑनलाइन विरासतों को बिना जांच पड़ताल के खारिज कर दिया जाता है। विगत वर्ष में जो भी लेखपाल व कानूनगो भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित हुए हैं। उन्हें उसी पद व क्षेत्र में चार्ज मिल जाता है। जिसके चलते वह और भी मनमानी करते हैं।
इस दौरान मौजूद रहे
आपको बता दे कि इस दौरान रेवेन्यू बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विश्वेश्वर दयाल यादव, महासचिव अवनीश कुमार, कौशल चंद्र आर्य, माधव शुक्ला, सुदेश कुमार, अनोखे लाल शाक्य, विमल कुमार, अवधेश कुमार, नीरज कुमार, कृष्ण चंद्र बाथम, रविंद्र कुमार शाक्य, रामपाल सिंह, राम नरेश शर्मा, विनीत कुमार सक्सेना, संजय कुमार भास्कर आदि अधिवक्तागढ़ मौजूद रहे।