संवाददाता समाचार टाउन
कम्पिल/फर्रुखाबाद:जैन समाज के लिए ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व वाले नगर कंपिल में सोमवार को दिगंबर जैन आचार्य श्री वसुंनंदीजी महामुनिराज का ख़बभव्य मंगल प्रवेश संपन्न हुआ। उनके साथ लगभग 11 साधु–साध्वियों का तपस्वी संघ भी शामिल रहा। कंपिल अलीगंज रोड स्थित स्वागत द्वार से प्रारंभ हुई शोभायात्रा कंपिल चौराहा होते हुए दिगंबर जैन तीर्थ मंदिर परिसर तक पहुँची, जहां श्रद्धालुओं ने उनकी अगवानी की।

मार्ग में जगह–जगह भक्तों ने पग-पखारकर, फूल वर्षा करके और मंगल गीतों के साथ आचार्य श्री का स्वागत किया। नगर के मुख्य मार्ग भक्ति और भव्यता के रंग में रंग गए, जहां धर्म और आस्था का अनोखा वातावरण देखने को मिला। कंपिल ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से जैन धर्म के लिए अत्यंत पवित्र माना जाता है क्योंकि यह 13वें तीर्थंकर भगवान विमलनाथ की जन्मभूमि और तपस्थली है, जहाँ उनके चारों कल्याणक च्यवन, जन्म, दीक्षा और सर्वज्ञता संपन्न हुए थे।

इसी पावन भूमि पर आचार्य श्री वसुंनंदीजी का प्रवेश जैन समाज के लिए गौरव और आस्था का अवसर बना। मंगल प्रवेश कार्यक्रम में सुशील कुमार जैन, सचिन जैन, संदीप जैन, अनुराग जैन सहित बड़ी संख्या में जैन समाज के लोग मौजूद रहे।

