Prayagraj (समाचार टाउन डेस्क)–
खबर जनपद प्रयागराज से है जहां कुंभ में अमृत स्नान को लेकर भगदड़ मच गई भगदड़ में 30 से 35 लोगो के मरने की आशंका है। आपको बता दे की मुख्यमंत्री ने मृतकों के परिवार को 25-25 लाख रुपए देने की घोषणा की है।
हाइलाइट्स–
–महाकुंभ में अमृत स्नान को लेकर मची थी भगदड़
–भगदड़ में 30 से 35 लोगों के मरने की आशंका
–प्रयागराज जाने के लिए सभी बॉर्डर किए गए सील
–मृतकों के परिवार को 25-25 लाख रुपए देने की घोषणा
–मुख्यमंत्री ने दिए न्यायिक जांच के आदेश
भगदड़ में 30 से 35 लोगों के मरने की आशंका
प्रयागराज में महाकुंभ में मंगलवार की देर रात तकरीबन 1:30 बजे संगम नोज इलाके में भगदड़ मच गई। भगदड़ मचने से 30 से 35 लोगों के मरने की आशंका है जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए। प्रशासन की ओर से 30 लोगों के मरने की पुष्टि की गई है। प्रयागराज में भीड़ को काबू करने के लिए प्रशासन के द्वारा प्रयागराज के सारे बॉर्डर को सीज कर दिया गए है ताकि बाहर से और श्रद्धालु प्रयागराज न आ सके। वहीं भगदड़ के बाद एनएसजी कमांडो ने मोर्चा संभाला कुंभ में मोर्चा संभाला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम योगी आदित्यनाथ से हर पल की अपडेट ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 25-25 लख रुपए देने की घोषणा की।
आखिर क्यों मची भगदड़
आपको बता दे की मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने 27 जनवरी से ही मौनी अमावस्या के ट्रायल के तौर पर पाटून पुल बंद करने का आदेश दे दिया था। आपको बता दे की महाकुंभ में 30 पाटून पुल है। जिनमें से 27 से 28 पुल ज्यादातर बंद रहते है। पुल बंद होने के कारण भीड़ एक ही जगह पर इकट्ठी हो गई। भीड़ ज्यादा होने के कारण लोग एक स्थान से दूसरे स्थान पर नहीं जा पाए। भगदड़ मचने के कारण 30 लोगों की मौत हो गई यह आंकड़ा सरकारी है। जिनमें से 24 से 25 लोगों की शिनाख्त भी पुलिस के द्वारा की जा चुकी है। आपको बता दें कि मरने वालों में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश से हैं।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
महाकुंभ में भगदड़ पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिक्रिया दी। इस दौरान मुख्यमंत्री काफी भावुक नजर आए। उन्होंने कहा मृतकों के परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। वहीं मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए की आर्थिक मदद की घोषणा करता हूं। वही इस पूरे प्रकरण को लेकर न्यायिक जांच के आदेश देता हूं।
तीन सदस्य कमेटी गठित
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में न्याय जांच के लिए तीन सदस्य टीम गठित की है जिसमें जस्टिस हर्ष कुमार, पूर्व डीजी बीके गुप्ता व रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह की अध्यक्षता में आयोग बनाया गया है। वहीं न्यायिक आयोग को एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपने का आदेश दिया है। इस संबंध में मुख्य सचिव और डीजीपी खुद प्रयागराज का दौरा करेंगे।